(Mukhi Deepak Kathuria) www.bharatdarshannews.com
Bharat Darshan Palwal News, 08 May 2025 : हरियाणा के शहीद जवान दिनेश शर्मा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव होडल के मोहम्मदपुर गुलाबद में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारियां प्रशासन की ओर से किया गया था. शहीद दिनेश शर्मा का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही गांव वंदे मातरम और शहीद दिनेश कुमार शर्मा अमर रहे के नारो से गूंज उठा. तो वहीं शहीद के परिजनों को रो-रो कर बुरा हाल हो गया. शहीद की मां मीरा देवी ने रोते हुए “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया. साथ ही कहा कि मुझे मेरे बेटे पर गर्व है. इलाज के दौरान हुई मौत शहीद दिनेश के पिता दयाचंद ने कहा कि मेरा बेटा साल 2014 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. बीते 11 वर्षों में दिनेश की पोस्टिंग देश के कई हिस्सों में हुई. इन दिनों वह जम्मू के बारामूला सेक्टर में तैनात था. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर फायरिंग कर रहा है. दिनेश भी अपनी टीम के साथ दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मोर्चे पर डटा था. इस दौरान फायरिंग में वो घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
यह शौर्यगाथा हर देशवासी के लिए गर्व और पीड़ा दोनों का कारण है। हरियाणा के वीर सपूत शहीद दिनेश शर्मा ने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी। गांव और देश ने एक बहादुर बेटे को नम आंखों से विदाई दी।
शहीद दिनेश शर्मा का जीवन परिचय:
सेना में भर्ती: 2014 में भारतीय सेना में शामिल हुए।
सेवा काल: 11 वर्षों तक देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात रहे।
अंतिम पोस्टिंग: जम्मू-कश्मीर के बारामूला सेक्टर में।
परिस्थितियाँ: 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर उल्लंघन हो रहा था। शहीद दिनेश शर्मा भी अपनी टीम के साथ मोर्चे पर डटे हुए थे।
घटना: दुश्मनों की फायरिंग में घायल हुए और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
परिवार की प्रतिक्रिया:
मां मीरा देवी ने बेटे की शहादत पर रोते हुए भी कहा, "मुझे मेरे बेटे पर गर्व है। जय जवान, जय किसान।"
पिता दयाचंद ने बताया कि उनका बेटा हमेशा देश के लिए समर्पित रहा।
यह घटना न केवल एक सैनिक की शहादत है, बल्कि एक पूरे परिवार के बलिदान की मिसाल है। शहीद दिनेश शर्मा जैसे जवानों के कारण ही हम सुरक्षित हैं। देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा।