(Mukhi Deepak Kathuria) www.bharatdarshannews.com
Bharat Darshan New Delhi News, 25 July 2024 : दिव्य गुरु आशुतोष महाराज (संस्थापक एवं संचालक, डीजेजेएस) के श्री चरणों में पूजन वंदन अर्पित करते हुए ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान’ द्वारा दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली में श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव को अत्यंत श्रद्धा व उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्मज्ञानी वेदपाठियों द्वारा वेद मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। इसके उपरांत गुरुदेव का पूजन व आरती सहित गुरु स्तुति अथवा गुरु महिमा से ओतप्रोत भजनों का गायन किया गया। इन भक्तिमय तरंगों से संपूर्ण वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डीजेजेएस के साधकों द्वारा प्रस्तुत ‘महात्मा बुद्ध अवतरण’ नामक नाट्य मंचन रहा। इस प्रस्तुति में भगवान बुद्ध के जीवन व शिक्षाओं को दर्शाया गया, जिसके अंतर्गत उनकी ज्ञान प्राप्ति की यात्रा व आध्यात्मिक ज्ञान में उनके योगदानों को प्रस्तुत किया गया। इस शिक्षाप्रद व प्रेरणादायक नाट्य प्रस्तुति ने सभी श्रद्धालुओं पर एक अमिट छाप छोड़ी।
डीजेजेएस के प्रचारक शिष्यों द्वारा आध्यात्मिक यात्रा में सतगुरु के महत्व को उजागर करते ज्ञानवर्धक प्रवचन प्रस्तुत किए गए। उन्होंने दिव्य गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की अमूल्य शिक्षाओं को विस्तारपूर्वक समझाया और बताया कि कैसे उनका अनुसरण करने से अनगिनत अनुयायियों के जीवन में परिवर्तन आया है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे श्री महाराज जी के मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने समाज में परिवर्तन की क्रांति छेड़ी है। विश्व शांति हेतु ब्रह्मज्ञान आधारित सामूहिक साधना सत्र का विशेष रूप से आयोजन किया गया, जिसमें गुरुदेव के असंख्य ब्रह्मज्ञानी शिष्यों ने एक साथ बैठ कर सामूहिक ध्यान-साधना की और सम्पूर्ण विश्व की शांति के लिए प्रार्थना भी अर्पित की। कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही। डीजेजेएस द्वारा आयोजित श्री गुरु पूर्णिमा महोत्सव वास्तव में गुरु के प्रति भक्ति, कृतज्ञता और श्रद्धा की सुंदर अभिव्यक्ति रहा। इस कार्यक्रम ने गुरु शिष्य के आध्यात्मिक संबंध को दृढ़ करने के साथ-साथ सभी को धर्म व आत्म-जाग्रति के पथ पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित भी किया। डीजेजेएस की समाज कल्याण के प्रति कटिबद्धता संपूर्ण समारोह में स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर हुई और कार्यक्रम को यादगार व प्रभावशाली बनाया।