(Kiran Kathuria) www.bharatdarshannews.com
Bharat Darshan Drass, Ladakh. News, 26 July 2023 : अदम्य साहस और वीरता से भारत माता की आन और तिरंगे की शान बरकरार रखने वाले करगिल युद्ध के अमर शहीदों को आज पूरा देश याद कर रहा है। इस मौके पर द्रास (कारगिल) में भी कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय की 24वीं वर्षगांठ पर कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे, यहां उन्होंने कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी। तो वहीं, द्रास (कारगिल) में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। लद्दाख के द्रास में कारगिल विजय दिवस के मौके पर आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा- आज, 'कारगिल विजय दिवस' के पावन अवसर पर, आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। सबसे पहले मैं, भारत माता के उन जाँबाज सपूतों को नमन करता हूँ, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मैं उन वीर सपूतों को नमन करता हूँ, जिन्होंने राष्ट्र को सर्वप्रथम रखा, और उसके लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटे। आज भारत रूपी जो विशाल भवन हमें दिखाई दे रहा है, वह हमारे वीर सपूतों के बलिदान की नींव पर ही टिका है। भारत नाम का यह विशाल वटवृक्ष, उन्हीं वीर जवानों के खून और पसीने से अभिसिंचित है। अपने हज़ारों सालों के इतिहास में, इस देश ने अनेक ठोकरें खाईं हैं, पर अपने वीर जवानों के दम पर यह बार-बार उठा है।
जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे :
इस दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा- 26 जुलाई 1999 को, युद्ध जीतने के बाद भी हमारी सेनाओं ने अगर LoC पार नहीं किया, तो वह इसलिए, कि हम शांतिप्रिय हैं, भारतीय मूल्यों के प्रति हमारा विश्वास है, और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के प्रति हमारा commitment है। उस समय अगर हमने LoC पार नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे। हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं, और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे। मैं इसे फिर से दोहराना चाहूँगा, कि हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं, और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे; इसका मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूँ।
आगे उन्होंने यह भी कहा कि, मैं कारगिल युद्ध में शहीद हुए सभी वीर सैनिकों के परिवारों, और शुभचिंतको को आश्वस्त करना चाहता हूँ, कि हम उनके बलिदान को, उनकी याद को कभी धुंधला नहीं पड़ने देंगे। National War Memorial हमारी इस commitment का प्रतीक हैं। हम यह जानते हैं, कि जब तक आप सीमाओं पर हमारी रक्षा कर रहे हैं, भारत की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत भी किसी के अंदर नहीं हो सकती है। सिर्फ कारगिल ही नहीं, बल्कि आज़ादी से लेकर आज तक कई बार, समय-समय पर आप लोगों के शौर्य ने देश का मस्तक ऊंचा किया है।