(Kiran Kathuria) www.bharatdarshannews.com
Bharat Darshan Nasa News, 26 July 2023 : अंतरिक्ष की दुनिया बेहद ही रहस्यमयी है। इसमें ऐसे ऐसे अनकहे राज छिपे हैं जिनके बारे हमें कोई जानकारी नहीं है। वहीं अंतरिक्ष का अहम हिस्सा एस्टरॉयड भी हैं जो बड़ी संख्या में अंतरिक्ष में मौजूद है। ये एस्टेरॉयड पृथ्वी और उसके आसपास की कक्षा में घूमते है। एस्टेरॉयड कई बार धरती की कक्षा के पास में आते है। ऐसा ही एक और एस्टेरॉयड वर्तमान में धरती की ओर बढ़ रहा है। इस एस्टेरॉयड को लेकर खगोल शास्त्रियों ने संभावना जताई है कि ये एस्टेरॉयड धरती की तरफ बढ़ रहा है। अपोलो ग्रुप का ये एस्टेरॉयड धरती की तरफ बढ़ता दिख रहा है। नासा ने एस्टेरॉयड के धरती की तरफ बढ़ने के कारण नया अलर्ट भी जारी किया है। नासा का मानना है कि ये एस्टेरॉयड पृथ्वी की कक्षा से अगले हफ्ते टकरा सकता है। माना जा रहा है कि ये एस्टेरॉयड चार अगस्त को धरती की कक्षा से टकराएगा। अनुमान के मुताबिक ये एस्टेरॉयड 625 मीटर का है, जो की शंघाई टावर के बराबर है। इस एस्टेरॉयड को लेकर नासा ने अलर्ट जारी किया है।
डेली स्टार की रिपोर्ट में इस एस्टेरॉयड के बारे में जानकारी साझा की गई है। इसके अनुसार इस एस्टेरॉयड का नाम QL433 है। ये धरती की ओर तेज गति से बढ़ रहा है। ये आकार में बेहद बड़ा है। इस एस्टेरॉयड QL433 की खासियत है कि ये हर तीन वर्ष में धरती की कक्षा से होकर गुजरता था। इससे पहले जुलाई 2020 में भी ये धरती की कक्षा से होकर गुजर चुका है। इस एस्टेरॉयड की स्पीड एस्टेरॉयड है।
जानें कितना खतरनाक है एस्टेरॉयड
रेडशिफ्ट की ट्रैकिंग रिपोर्ट की मानें तो एस्टेरॉयड काफी खरतनाक है। इस एस्टेरॉयड को पोटेंशियली हजार्डस एस्टेरॉयड की श्रेणी में रखा गया है। ये एस्टेरॉयड ऐसा है जो धरती के काफी करीब आ सकता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि ये एस्टेरॉयड धरती से टकराएगा। दोनों की टक्कर होने की संभावना बेहद कम है। इसके बाद भी नासा इस एस्टेरॉयड पर नजदीकी से नजर रख रहा है।